आकर्षित करने वाली शायरी | aakarshit karne wali shayari

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aakarshit karne wali shayari

 

ये इश्क भी एक अजीब एहसास होता है…

अल्ज़फों से ज्यादा निगाहो से बया होता है...

हर पल बस उसके गम और खुशी की फ़िक्र होती है…

इसी एहसास से तो हमको जीने का गुमान होता है...


सवालों की दहलीज पर, कुछ ख्याल आकर ठहरते हैं...

दिलकश है जीने का अंदाज हमारे, लोग हम से दिल लगा बैठते हैं...


आकर्षित करने वाली शायरी


प्यार की डोर सजाये रखो, दिल को दिल से मिलाये रखो...

क्या लेकर जाना है साथ मे इस दुनिया से...

मीठे बोल और अच्छे व्यवहार से, रिश्तों को बनाए रखो...


फिर सुबह एक नई रोशन हुई

फिर उम्मीदें नींद से झांकती मिली

वक़्त का पंछी घरोंदे से उड़ा

अब कहाँ ले जाए तूफाँ क्या पता ।


जिस्मों में बहने की तो पुरानी कहानी है...😶😶😶

अरे वो पागल तो तेरी मुस्कुराहट की दीवानी है।🤗🤗🤗


कश्ती है पुरानी मगर दरिया बदल गया,

मेरी तलाश का भी तो जरिया बदल गया,

न शक्ल बदली न ही बदला मेरा किरदार,

बस लोगों के देखने का नजरिया बदल गया।


यूं तो ज़िन्दगी के कई लम्हों को जिया है मैंने,

मगर सुकून जिसमें मिला वो बचपन था।।


खता उनकी कोई भी नही थी

शायद हम हीगलत समझ बैठे.....!!

वोतरसखा कर बात करते थे हम मोहब्बत समझ बैठे.....!!


aakarshit karne wali shayari


जो भी मिले खिलाड़ी ही निकले

कोई दिल से खेल गया तो कोई जिंदगी से


मैं चाहूँ तो भी शायद ना लिख पाऊँ उन लफ्ज़ों को,

जिन्हें पढ़कर तुम जान जाओ मुझे कितनी मोहब्बत है तुमसे


ज़िन्दगी से सब को मोहब्बत है...

पर जिंदगी किसी की मोहब्बत नहीं बनती...

तमन्ना ले कर जिते है सब लोग...

मगर हर तमन्ना तकदीर नहीं बनती...


जहाँ से शुरू किया था सफ़र फिर वहीं खड़े हो गए,

अजनबी थे लो फिर अजनबी हो गए.


निगाहों से भी चोट लगती है जनाब,

जब देख कर भी कोई अनदेखा कर दे...


हँसी आपकी कोई चुरा ही ना पाये,

कभी कोई आपको रुला ना पाये,

खुशियों के ऐसे दीप जले ज़िंदगी में,

कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाये।

। आपका दिन खूबसूरत गुजरे । सुप्रभात ।


रूठ जाओ कितना भी मना लेंगे, दूर जाओ कितना भी बुला लेंगे,

दिल आखिर दिल है मेरा कोई समंदर की रेत तो नही, जो लिख कर नाम मिटा देंगे।


काग़ज़ सा मैं कोरा, और रंग तेरा गोरा...

उभर जा तू मुझमें, कहे ये जिया मोरा...

बाद-ए-नौ-बहार चली, जैसे इश्क़ थोड़ा थोड़ा...

मज़ा ही पल पल जीने में है, क्या करेंगे समय का भरा कटोरा...


बंद रखते हैं जुबान होठ, खोला नहीं करते...

चाँद  के सामने, सितारे बोला नहीं करते...

बहुत याद  करते हैं, हम तुझको...

लेकिन, अपना ये राज़ होंठों से खोला नहीं करते...


सुबह-सुबह आपको एक पैगाम देना है,

आपको सुबह का पहला सलाम देना है,

गुज़रे सारा दिन आपका ख़ुशी ख़ुशी,

आपकी सुबह को खूबसूरत सा नाम देना है।


परवाह कर उसकी जो तेरी परवाह करे,

जिंदगी में कभी न तन्हा करे,

रूह बन कर उतर जाना उसकी रूह में,

जो जान से भी ज्यादा तुझसे वफ़ा करे।


लोग पूछते हैं तुमने उसमें ऐसा क्या देखा,

मैंने कहा उसको देखने के बाद,

किसी और को ना देखा


जिंदगी हमारी यूं सितम हो गई

खुशी ना जानें कहां दफन हो गई

लिखी खुदा ने मुहब्बत सबकी तकदीर में

हमारी बारी आई तो स्याही खत्म हो गई


मेरे बजूद में काश तू उतर जाए,

मैं देखूं आईना और तू ही तू नज़र आये,

तू हो सामने और ये वक्त ठहर जाये,

और ये ज़िन्दगी तुझे देखते हुए ही गुजर जाये।


जितनी खूबसूरत ये सुबह है,

उतना ही खूबसूरत आपका हर पल हो,

जितनी भी खुशियाँ आज आपके पास हैं,

उससे भी अधिक आने वाले कल हो।

। सुप्रभात ।


दूरियां बहुत हैं मगर पास रहकर ही कोई खास नही होता,

और तुम तो मेरे दिल के इतने पास हो की मुझे दूरियों का एहसास नही होता।


लड़कियों को आकर्षित करने वाली शायरी


वो हमें चाहे या ना ये उसकी रज़ा है,

लेकिन उसे एक तरफ़ा प्यार करने का भी एक अलग ही मज़ा है।


मुझे वो लाखों लोग नहीं चाहिये जो मेरी झूठी तारीफ करे,

बस एक शख्स की तलाश है जो मुझे जान से भी ज्यादा प्यार करे।


हसरतें कुछ और हैं, वक़्त की इल्तजा कुछ और,

कौन जी सका है जिंदगी को अपनी मर्जी से,

दिल चाहता कुछ और हैं, और होता कुछ और है!!!!


सुब कुछ हासिल नहीं होता ज़िन्दगी में यहाँ साहब,

किसी का 'काश' तो किसी का 'अगर'

रह ही जाता है...!!


सारा जहाँ उसी का है जो मुस्कुराना जानता है,

रौशनी भी उसी की है जो शमा जलाना जानता है,


हर जगह मंदिर मस्जिद और गुरूद्वारे हैं लेकिन,

ईश्वर तो उसी का है जो सर झुकाना जानता है।

। सुप्रभात ।


दिल भी न जाने किस किस तरह ठगता चला गया,

कोई दिल को अच्छा लगा और लगता चला गया।


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