funny jokes for adults | वयस्कों के लिए चुटकुले
मैं हूँ कठोर पत्थर जैसा, तुम फूलों सी सुकुमार प्रिये…
कब से चड्डी तनी मेरी, अब खोल भी सलवार प्रिये…😛
किस्सा-ए-इश्क़ की बस इतनी कहानी रह जाती है,
एक तरफा हो तो दिल दो तरफा हो तो पलंग टूट जाती है।
जंग भीड़ से नहीं जिगर से जिती जाती है,
सुहागरात कंडोम पहन कर नहीं, बिना कंडोम के मनाई जाती है।
jokes for adults
मुरझाते हुए फूल हम गमले को पानी डालकर खिला देते है ,
याद आती है ज्यादा उनकी तो चलचित्र देखकर हिला देते है।
हसरतों के दाग दिल पर न लगाइये,
वो अगर नहीं पट रही है तो,
हाथो से काम चलाईये..!!
ईश्क के नाम पे चुदती यहाँ पारो और शीला है
मैं चोदु तो साला कैरेक्टर ढ़ीला है….
मोहब्बत करनी है तो आराम से करो ए जानी….
क्योंकि अक्सर लोग इश्क़ के जोश में आकर टोपा सुजा लेते हैं..
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अर्ज़ किया है….
तेरी याद में पहले रोया काैने में फ़स फँस के
फिर हिलाया कस कस के…
कबिरा कबहु न लीजिये…हवा मे उड़ता तीर।
कुछ चूतन के फेर मे……गाँड फटे गंभीर ।।
होकर खफा यूँ बेदर्दी, मेरे दिल से न तुम खेलो
पैसे दूँगा, रिचार्ज करवाऊंगा तुम बस मुँह में ले लो।
इस तरह तुम्हारी मोहब्बत में लीन हो जाऊंगा,
चूत में घुस कर तुम्हारी में क्वारंटीन हो जाऊंगा!
सजन रे झाँट मत नोचो… इससे कंबल बनाना है…
ना चादर है ना तकिया है… कि जाड़ा भी बिताना है।
short jokes for adults
हसरतें कभी उनके दबाने की थी,
फिलहाल भावनाओं को दबा के जी रहे है.!
मार मार मुठ उनकी याद में हम तीले हो गए
और उनके छेद चुद चुद के पतीले हो गए।
अर्ज किया है-
चुद चुद कर तू रान्ड हो गयी
चबूतरे से बडी तेरी गान्ड़ हो गयी।
थोड़ा और चोद लूं बस यही ठानी है मैंने,
ऐ जिंदगी थोड़ा रुक जा अभी हार कहा मानी है मैंने।
झाँटे इतनी बड़ी भी न होने दे कि,
मुतते टाइम लन्ड ढूंढने के लिए
वन विभाग की टीम लगानी पड़े!
jokes for adults in hindi
कैसे शक करूँ भला उसकी मोहब्बत पर….
जब लाइट नही होती!!
वो मोमबत्ती जलाकर वीडियो कॉल करती है……
इश्क़ किया था हमने भी, हम भी रातों को जागे थे,
जब OYO रूम में पड़ा छापा तो बिना कपड़ो के सड़क पर भागे थे।
जवानी के दिल चमकीले हो गये,
हुस्न के तेवर नुकीले हो गये,
इधर हम प्यार के चक्कर मे रह गये,
उधर उसके होल ढीले हो गये ।।
sex jokes for adults
लड़की पटाना बाएं हाथ का खेल है,
और अगर नहीं पटी तो दायें हाथ का खेल है।
इश्क वही है जो दो रूहों का एक दूसरे में फना हो जाना
धोखा वही है जुगाड़-ए-कमरा के बाद सामने से मना हो जाना ।।