NRC और CAA के विरोध का असली कारण

अतिविवादित NPR और NRC में जटिलता तो यही है :-
💃 फातिमा 12 साल की भरी जवानी में अब्बूजान के यहां प्रेग्नेंट हो गई , अब्बूजान ने तभी जल्दी से पंक्चर वाले अब्दुल से उसका निकाह करा दिया , 4 बच्चे पैदा करके फिर कुछ साल बाद अब्दुल ने गुस्से में आकर फातिमा को ट्रिपल तलाक दे दिया।
मस्जिद के चतुर मौलाना ने शरिया का हवाला देकर फातिमा से हलाला कर हवस का शिकार बनाया, प्रेंग्नेंट कर के कुछ दिन बाद मौलाना ने फातिमा को ट्रिपल तलाक़ दिया, हलाला कर लौटी बेचारी फातिमा को अब्दुल ने फिर शादी कर अपनी बीवी बना दिया फिर 4 साल में 4 बच्चे पैदा किये।
उसके बाद दोबारा अब्दुल ने ट्रिपल तलाक दे दिया, फिर परेशान फातिमा ने पड़ोस के मुर्गीवाले रहमान से दूसरी शादी कर ली , और फिर उसने भी 3 बच्चे पैदा हो गए लेकिन अब मुर्गी वाला रहमान मर गया , फातिमा अब भंगार वाले फखरुद्दीन की तीसरी बीवी बन कर रहती है , अब तक फातिमा के कुल मिला कर 14 बच्चे है 😢😢
😱 तो आखिर फातिमा के बच्चे किसे अपना अब्बू साबित करें, किस बाप का आधार कार्ड दिखाये ?
🙆 फातिमा के 14 बच्चो के सामने एक बड़ा सवाल आ गया कि NPR में किस बाप का नाम दर्ज करवाये,
अब्दुल का,
मौलाना का,
रेहमान का
या फिर फखरुद्दीन का ?????
इनके लिए यही सब से बड़ी परेशानी है।
🤔 आप ही बताओ देशवासियों कोई आसान कानून है क्या फातिमा के बच्चों के लिए ….????
इसीलिए मौलाना, अब्दुल, फातिमा अपने 12 बच्चों के साथ CAA, व NPR के विरोध में धरना देने निकल पड़ा है।
किसी भी तरीके से अपने शरिया कानून को मेंटेन करने के लिए, जिस में उन्हें 3 बीवियां रखने की छूट मिलती है
इनकी बढ़ती जनसंख्या और घुसपैठ के कारण ये धीरे धीरे अपने पार्षद, विधायक, सांसद बना लेंगे और समय आने पर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, राष्ट्रपति और फिर गजवा हिन्द का नारा देते हुए भारत को इस्लामिक स्टेट घोषित करवा लेंगे।
इनकी रोकथाम करने के लिए NPR-NRC के साथ साथ कॉमन सिविल कोड और जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की भी आवश्यकत्ता है
जो केवल मोदी सरकार ही ला सकती है, ये अब आपका बहुमूल्य वोट ही तय कर सकता है – कि किसकी सरकार बने।